India Weather Alert 2025: सावन का पावन महीना शुरू हो चुका है और इसके साथ ही देश के कई राज्यों में मानसूनी बारिश ने रफ्तार पकड़ ली है। उत्तर भारत में विशेष रूप से बारिश का असर दिखाई दे रहा है। कुछ इलाकों में मूसलाधार बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, तो वहीं कुछ क्षेत्रों में लोगों को गर्मी से राहत भी मिली है। इस समय उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, उत्तराखंड और दिल्ली जैसे राज्य भारी बारिश और मौसम के उतार-चढ़ाव का सामना कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में लगातार हो रही बारिश से सड़कों पर जलभराव हो गया है। कुछ क्षेत्रों में तो स्थिति इतनी गंभीर हो चुकी है कि लोगों को अपने दैनिक कार्यों के लिए घर से बाहर निकलने में दिक्कत हो रही है। गोरखपुर, आजमगढ़, लखनऊ और वाराणसी जैसे शहरों में झमाझम बारिश से तापमान में गिरावट जरूर दर्ज की गई है, लेकिन जलनिकासी की उचित व्यवस्था न होने के कारण कई इलाकों में पानी भर गया है।
22 जुलाई तक बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना
मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, उत्तर प्रदेश में अगले कुछ दिनों तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा। लखनऊ, चंदौली, सीतापुर, अमेठी और आसपास के इलाकों में मध्यम से लेकर भारी बारिश के आसार हैं। विभाग का कहना है कि 22 जुलाई तक राज्य के कई जिलों में वर्षा का दौर जारी रह सकता है। इसके मद्देनज़र कुछ जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। विशेष रूप से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अगले सप्ताह तक बादल छाए रहने और समय-समय पर बारिश होने की संभावना है।
बारिश के चलते किसानों के चेहरे पर भी राहत नजर आ रही है, क्योंकि सावन की बारिश खरीफ फसलों के लिए अत्यंत लाभकारी मानी जाती है। हालांकि, अत्यधिक वर्षा से जलभराव और बाढ़ की आशंका भी बनी रहती है, जिससे फसलों को नुकसान पहुंच सकता है।
राजस्थान, हरियाणा और उत्तराखंड में भी झमाझम बारिश
उत्तर भारत के अन्य राज्यों की बात करें तो राजस्थान के कोटा, जयपुर और उदयपुर जिलों में पिछले कुछ दिनों से रुक-रुक कर भारी बारिश हो रही है। हरियाणा में भी अंबाला, पंचकूला और करनाल जैसे जिलों में बारिश के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। उत्तराखंड के देहरादून, नैनीताल और मसूरी जैसे हिल स्टेशनों में भी लगातार बारिश हो रही है, जिससे नदियों और झीलों का जलस्तर बढ़ गया है।
उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में लैंडस्लाइड और बादल फटने की घटनाओं की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने सतर्कता बरतने की अपील की है। यात्रियों और पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है।
दिल्ली-NCR में गर्मी और उमस से लोग परेशान
राजधानी दिल्ली और एनसीआर में इस समय उमस भरी गर्मी ने लोगों को बेहाल कर रखा है। यहां हल्की बारिश जरूर हुई, लेकिन बारिश के तुरंत बाद तेज धूप निकलने से नमी और उमस में जबरदस्त इजाफा हुआ है। मौसम विभाग का अनुमान है कि दिल्ली में अगले 5-7 दिनों तक ऐसा ही मौसम बना रहेगा — जहां कभी हल्की बारिश होगी, तो कभी तेज धूप और बढ़ती नमी से लोग परेशान रहेंगे।
17 जुलाई 2025 को दिल्ली में न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। अगले कुछ दिनों में तापमान में मामूली बदलाव हो सकता है, लेकिन राहत की कोई बड़ी संभावना फिलहाल नजर नहीं आ रही है।
निष्कर्ष
सावन के साथ ही मानसून ने पूरे उत्तर भारत में सक्रियता बढ़ा दी है। जहां एक ओर लोगों को गर्मी से राहत मिली है, वहीं दूसरी ओर अत्यधिक वर्षा से जनजीवन पर असर पड़ा है। प्रशासन और नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे मौसम विभाग की ओर से जारी निर्देशों का पालन करें और किसी भी आपात स्थिति में सतर्क रहें।
Disclaimer:
यह लेख मौसम विज्ञान विभाग (IMD) और सार्वजनिक समाचार स्रोतों पर आधारित जानकारी पर तैयार किया गया है। मौसम संबंधी स्थितियों में समय के साथ बदलाव संभव है। कृपया सटीक और ताज़ा जानकारी के लिए स्थानीय प्रशासन और आधिकारिक मौसम सेवाओं से अपडेट लेते रहें।